आसमानी ‘रेस’ में AI फाइटर जेट जीता, F 16 की हार

21 April, 2024 admin

अमेरिकी एयरफोर्स ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में बड़ी सफलता हासिल की है। जिसमें AI से लैस X-62A फाइटर जेट ने असल में उड़ रहे F-16 फाइटर जेट को हरा दिया। ये पहली बार है जब किसी AI पायलट ने ह्यूमन पायलट को मात दी है। ये एयरोस्पेस मशीन लर्निंग में बड़ी छलांग मानी जा रही है और आने वाले समय में युद्ध का अंदाज ऐसे में बदल सकता है।

अमेरिकी फोर्सेस AI बेस वेपन्स पर बड़ा फोकस कर रही हैं। उनकी एयरफोर्स ने भी इसको लेकर कुछ साल पहले ही काम करना शुरू किया था। कैलिफोर्निया के एडवर्ड्स एयरफोर्स बेस पर कई ट्रायल किए गए। 2023 में डॉगफाइट भी कराई गई, जिसकी तारीख का तो खुलासा नहीं किया। लेकिन अब उसका वीडियो जारी किया गया है। जिसके बाद ये कहा जा रहा है कि AI ही भविष्य का हथियार है। अब आपको AI पायलट का ह्यूमन पायलट को हराने की पूरी डिटेल बताते हैं।

AI भविष्य का हथियार!

अमेरिका ने एक साल के भीतर ये कारनामा किया है। उसने X-62A में AI इंस्टॉल किया और युद्धाभ्यास कराया। युद्धाभ्यास के दौरान अमेरिकी वायुसेना को ह्यूमन पायलट की जरूरत नहीं पड़ी। हवा में रेस के दौरान तेज रफ्तार और रोमांचकारी नोज टू नोज फाइट दिखी। आपको बतादें कि 1200 मील प्रति घंटे की रफ्तार से दोनों विमान उड़ रहे थे। जिसमें AI से लैस X-62A ने F-16 फाइटर जेट को हरा दिया।  यानी डॉग फाइट में AI, F-16 चला रहे ह्यूमन पायलट पर भारी पड़ा और उसे हरा दिया। जिसे सिम्यूलेटर के जरिए अमेरिकी एयरफोर्स ने दिखाया भी है। अब जब AI पायलट इतना सफल है, तो इसे भविष्य में अमेरिका अपने दूसरे फाइटर जेट्स में भी इंस्टॉल करेगा। साथ ही दूसरे देश भी इस तकनीक पर काम करेंगे। जो युद्ध को बदलकर तो रख ही देंगे। क्योंकि इनसे चूक की गुंजाइश कम ही होती है।

AI सरताज, युद्ध में बड़ा बदलाव!

अब आपको सिर्फ F-16 और F-18 के उन हादसों के बारे में बताते हैं, जो साल 2000 से लेकर 2016 के बीच हुए हैं। जिससे आपको अंदाजा लग जाएगा कि अब ह्यूमन पायलट नहीं, AI पायलट भविष्य के सरताज होंगे। हवा में कुल 27 बार टक्कर हो चुकी है, जिसमें 23 फाइटर जेट को नुकसान पहुंचा है। साथ ही 32 फाइटर जेट ध्वस्त हो गए हैं और 12 क्रू मेंबर्स की मौत हो चुकी है।

AI का फाइटर अवतार, युद्ध का अलग अंदाज

अब आप AI से लैस X-62A के बारे में भी जान लीजिए। मॉडिफाइड F-16 फाइटर जेट है X-62Ai। जो AI तकनीक से युद्ध करने में सक्षम है। आपको बतादें कि X-62Ai फाइटर जेट AI के जरिए टेक ऑफ और लैंडिंग भी कर सकता है। DARPA नाम की कंपनी ने इसे डेवलप किया है। साल 2022 में AI ने 17 घंटे तक फाइटर जेट उड़ाया था।

AI पायलट से मुश्किल है दुश्मन का बच पाना!

X-62A का जब पहला ट्रायल किया गया था, तब भी इसे AI की मदद से ही उड़ाया गया था। वॉर एक्सरसाइज के दौरान भी AI का ही इस्तेमाल हुआ था। एहतियातन ह्यूमन पायलट फाइटर जेट में मौजूद थे। लेकिन टेक ऑफ से लेकर डॉग फाइट और 2 हजार फीट की ऊंचाई पर 1200 प्रति मील की रफ्तार से उड़ रहे फाइटर जेट्स को कंट्रोल करने में ह्यूमन पायलट की जरूरत ही नहीं पड़ी। तो आप सोच सकते हैं कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने कुछ ही सालों में कितनी तरक्की कर ली है। आने वाले कुछ और सालों में ये दुनिया को बदलने का दम रखती है। मानव हित में इस्तेमाल होने पर दुनिया को सहूलियतों से भर देगी और गलत इस्तेमाल से ये दुनिया को बर्बाद भी कर सकती है।